http://3.bp.blogspot.com/-s0BEvcuvaPQ/UCflnDNxrLI/AAAAAAAADH8/Z87WqrdN9Sk/s204/india_flag.gif
बुधवार, 13 फ़रवरी 2013
बहती पवन भाष्कर
बहती पवन भाष्कर किरन सरिता गमन दासी नहीं
कल्पना कवि की किसी परिणाम की प्यासी नहीं
तोलना रचना किसी की तुला दान नहीं कोई
हृदय के उदगार की एक आह कविलासी नहीं ||
ये नुमाइश मर्म की है दर्द को महसूस कर
चाँद भी तप जायेगा शब्दों की ये ऐसी अगन
लेखनी ने राम को भी पुस्तक बना कर रख दिया
कलम फक्कड़ है ये कभी इक गावं की वासी नहीं
कल्पना कवि की किसी परिणाम की प्यासी नहीं ||.... मनोज
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें